Pm kusum yojana 2025 up online registration : PM कुसुम योजना के तहत सरकार किसानों को सोलर पंप लगाने पर 90% तक की सब्सिडी दे रही है, खासकर उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में यह योजना तेजी से लागू की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती, स्थायी और प्रदूषण-मुक्त ऊर्जा देना है, जिससे उनकी उपज और आमदनी दोनों बढ़ सके। PM कुसुम योजना का शुरुआत केंद्र सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2019 में किया गया था।
पीएम कुसुम योजना उत्तर प्रदेश 2025 क्या है?
भारत के कई राज्य आज सूखे और जल संकट जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिससे खेती पर सीधा असर पड़ता है। इस चुनौती का समाधान निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुसुम योजना की शुरुआत की है। Pm kusum yojana 2025 up के तहत किसानों को मुफ्त और स्वच्छ सौर ऊर्जा उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और कृषि को स्मार्ट, टिकाऊ और लाभदायक बनाना है।
पीएम कुसुम योजना 2025 के माध्यम से किसान भाइयों को सोलर पैनल की स्थापना पर 90% तक सब्सिडी भी प्रदान किया जा रहे हैं। किसानों को 24×7 मुफ्त सिंचाई बिजली, डीजल पर निर्भरता समाप्त, खर्च में भारी कमी, अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचकर आय बंजर भूमि का उपयोग – सौर संयंत्र लगाकर कमाई, कार्बन उत्सर्जन में कटौती, सिंचाई नियमित होने से उपज और मुनाफा दोनों बढ़ते हैं।
पीएम कुसुम योजना 2025 के क्या लाभ हैं?
- अब किसान भाई डीज़ल या बिजली की परेशानी से बचेंगे।
- केंद्र सरकार सौर पंप पर 90% तक की मदद (सब्सिडी) दे रही है।
- खेतों की सिंचाई अब सूरज की रोशनी से होगी। इससे डीज़ल की जरूरत नहीं पड़ेगी और पैसे भी बचेंगे।
- 60% पैसे सरकार देगी
- 30% बैंक से लोन मिलेगा
- सिर्फ 10% पैसा किसान को देना होगा
- चाहे गांव में बिजली आए या न आए, सोलर पंप से सिंचाई कभी नहीं रुकेगी।
- किसान जो बिजली ज़्यादा बना लेगा, उसे बिजली विभाग को बेच सकता है और हर महीने ₹5000–₹6000 तक अतिरिक्त आमदनी हो सकती है।
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खाली पड़ी ज़मीन पर सोलर प्लांट लगाकर कमाई की जा सकती है। इससे वह ज़मीन भी काम आएगी।
सोलर प्लांट एप्लीकेशन फीस (MW के अनुसार):
प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) के तहत यदि कोई किसान या संस्थान अपनी भूमि पर सोलर पावर प्लांट लगाना चाहता है, तो उसे आवेदन के समय निर्धारित एप्लीकेशन फीस जमा करनी होती है, जो प्रस्तावित मेगावाट (MW) क्षमता पर निर्भर करती है।
क्षमता (Mega Watt) | आवेदन शुल्क (Application Fee) |
---|---|
0.5 MW | ₹2500 + GST |
1 MW | ₹5000 + GST |
1.5 MW | ₹7500 + GST |
2 MW | ₹10000 + GST |
यह राशि डिमांड ड्राफ्ट (DD) के रूप में संबंधित राज्य की नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी के नाम पर जमा करनी होती है।
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पीएम कुसुम योजना के लिए कौन पात्र है? (Pm Kusum Yojana 2025 Up Eligibility Criteria)
- आवेदक का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक के सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- आवेदक को हर 1 मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
- यदि कोई किसान अपने पैसे से संयंत्र लगाना चाहता है, तो उसके लिए कोई विशेष वित्तीय योग्यता नहीं है।
- यदि संयंत्र प्रोजेक्ट डेवलपर (Project Developer) द्वारा लगाया जा रहा है, तो उसकी प्रति मेगावाट नेटवर्थ 1 करोड़ रुपए होना अनिवार्य है।
Pm kusum yojana 2025 up के लिए जरूरी दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक खाता
- खसरा-खतौनी (जमीन के कागजात)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
यूपी में पीएम कुसुम योजना 2025 के लिए आवेदन कैसे करें? (UPNEDA के ज़रिए)
- सबसे पहले आपको यूपीनेडा की वेबसाइट https://upneda.org.in/ पर जाएं –

- “पीएम कुसुम योजना” या “KUSUM C-1 Scheme” अनुभाग खोजें
- वहां पर ऑनलाइन आवेदन के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आवेदन फार्म कुछ इस प्रकार से खुल जाएंगे –

- नाम, पता
- भूमि का विवरण
- बैंक खाता जानकारी
- मोबाइल नंबर
- जरूरी दस्तावेज अपलोड करें
- आवेदन ऑनलाइन जमा करें
- अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक करें
- यूपीनेडा की वेबसाइट पर “Application Status” विकल्प से स्थिति देखें।
संपर्क जानकारी – यूपीनेडा
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-180-0005
- मोबाइल नंबर: 7980676562
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री कुसुम योजना किसानों के लिए एक क्रांतिकारी कदम है, जिसका उद्देश्य उन्हें सौर ऊर्जा के माध्यम से सिंचाई में आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना न केवल बिजली की समस्या से राहत दिलाती है, बल्कि किसानों को अतिरिक्त आमदनी का मौका भी देती है।
60% तक सब्सिडी, सिर्फ 10% स्वयं निवेश, और 30% लोन की सहायता से यह योजना छोटे और मध्यम किसानों के लिए भी सुलभ है। इसके साथ ही, बंजर भूमि का उपयोग, डीजल पर निर्भरता में कमी, और 24 घंटे बिजली की उपलब्धता जैसे फायदे इसे और भी प्रभावशाली बनाते हैं।
जो किसान अपनी आय बढ़ाना, ऊर्जा लागत घटाना, और पर्यावरण के प्रति योगदान देना चाहते हैं, उनके लिए यह योजना एक सुनहरा अवसर है। इच्छुक किसान यूपीनेडा या MNRE की आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।