भारत एक धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता वाला देश है, जहाँ करोड़ों लोग अपने जीवन में एक बार तीर्थ यात्रा करने की इच्छा रखते हैं। लेकिन बुजुर्गों (वरिष्ठ नागरिकों) के लिए यह यात्रा कई बार आर्थिक या शारीरिक कारणों से संभव नहीं हो पाती। ऐसे में सरकार ने उनके सपनों को पूरा करने के लिए वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना (Varishth Nagrik Tirth Yatra Yojana) शुरू की है।
इस योजना के माध्यम से 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के नागरिकों को फ्री या सब्सिडी वाली तीर्थ यात्रा करवाई जाती है। यह योजना पूरी तरह से केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के सहयोग से संचालित होती है और इसका कार्यान्वयन IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) के माध्यम से होता है।
इस लेख में हम आपको वर्ष 2025 में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत मिलने वाले लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, रूट लिस्ट और अन्य सभी जरूरी जानकारी देंगे।
योजना का उद्देश्य
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे बुजुर्गों को धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाना है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और स्वयं खर्च कर पाने की स्थिति में नहीं हैं। इस योजना से न केवल उनका धार्मिक और मानसिक संतुलन बेहतर होता है, बल्कि उन्हें समाज के प्रति सम्मान और जुड़ाव की भी अनुभूति होती है।
मुख्य विशेषताएं
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निःशुल्क यात्रा की सुविधा
चयनित वरिष्ठ नागरिकों को रेल या बस से तीर्थ यात्रा करवाई जाती है जिसमें यात्रा, भोजन, रहने और गाइड की सुविधा शामिल होती है। -
IRCTC के माध्यम से संचालन
यात्रा की पूरी व्यवस्था, जैसे कि टिकट बुकिंग, ठहरने का प्रबंध, भोजन और चिकित्सा सुविधा, IRCTC द्वारा की जाती है। -
राज्यवार कोटा
प्रत्येक राज्य को उसका जनसंख्या के आधार पर वार्षिक कोटा दिया जाता है, जिसके तहत चयन होता है। -
चयन प्रक्रिया पारदर्शी
आवेदन के बाद पात्र नागरिकों का चयन लॉटरी या पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किया जाता है।
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित शर्तें लागू होती हैं:
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आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए
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आयु 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए
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सरकार की ओर से मिलने वाले किसी अन्य यात्रा अनुदान का लाभ न लिया हो
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बीमार या अक्षम बुजुर्गों को साथ में एक सहायक (attendant) ले जाने की अनुमति होती है जिसकी उम्र 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए
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आवेदक की सालाना आय निर्धारित सीमा से कम होनी चाहिए (यह राज्य के अनुसार अलग हो सकती है)
यात्रा मार्ग और धार्मिक स्थल (Tirth Yatra Destinations)
हर वर्ष IRCTC कुछ निश्चित रूट घोषित करता है, जिनमें देश के प्रमुख धार्मिक स्थल शामिल होते हैं। इनमें से कुछ हैं:
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उत्तर भारत के तीर्थ – हरिद्वार, ऋषिकेश, अमृतसर, मथुरा, वृंदावन
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दक्षिण भारत के तीर्थ – रामेश्वरम, मदुरै, तिरुपति, कन्याकुमारी
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पश्चिम भारत के तीर्थ – द्वारका, सोमनाथ, शिर्डी
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पूर्व भारत के तीर्थ – पुरी, गंगासागर, कोलकाता काली मंदिर
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मध्य भारत के तीर्थ – उज्जैन, ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर
हर राज्य की अपनी अलग यात्रा सूची होती है जिसे IRCTC और राज्य सरकार की वेबसाइट पर जारी किया जाता है।
यात्रा के दौरान मिलने वाली सुविधाएं
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वातानुकूलित ट्रेन या बस द्वारा यात्रा
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भोजन – शाकाहारी नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना
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ठहरने की सुविधा – डॉर्मिटरी या होटल
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मेडिकल किट और डॉक्टर की उपलब्धता
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यात्रा के दौरान बीमा
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गाइड और सुविधा केंद्र
आवेदन प्रक्रिया (Application Process)
वर्ष 2025 में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से संभव है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
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IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं – https://www.irctctourism.com
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“Varishth Nagrik Tirth Yatra Yojana” सेक्शन पर क्लिक करें
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आवश्यक विवरण भरें – नाम, आयु, पता, यात्रा पसंदीदा रूट आदि
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आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें
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फॉर्म सबमिट करें और आवेदन की रसीद डाउनलोड करें
ऑफलाइन आवेदन
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अपने जिले के विकास खंड कार्यालय, तहसील कार्यालय या सामाजिक न्याय विभाग से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें
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फॉर्म भरकर संबंधित दस्तावेज के साथ जमा करें
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समय-समय पर संबंधित कार्यालय से स्थिति की जानकारी लेते रहें
आवश्यक दस्तावेज
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आयु प्रमाण पत्र (आधार कार्ड/पेंशन पासबुक)
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निवास प्रमाण पत्र
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आय प्रमाण पत्र (यदि राज्य सरकार मांगती हो)
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पासपोर्ट साइज फोटो
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बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
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यदि सहायक को साथ ले जाना है, तो उसका पहचान पत्र और संबंध प्रमाण
चयन प्रक्रिया
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आवेदन स्वीकार होने के बाद संबंधित राज्य सरकार और IRCTC चयन प्रक्रिया शुरू करती है
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चयन लॉटरी सिस्टम या पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होता है
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चयनित नागरिकों को फोन कॉल, मैसेज या ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाता है
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उन्हें यात्रा की तारीख, रूट और अन्य जानकारी प्रदान की जाती है
योजना का प्रभाव और लाभ
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धार्मिक यात्रा से मानसिक शांति और संतुष्टि मिलती है
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समाज में वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान और सामाजिक जुड़ाव मिलता है
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सरकार और समाज के प्रति उनका विश्वास बढ़ता है
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सामूहिक यात्रा के कारण सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित होती हैं
2025 में योजना से संबंधित संभावित बदलाव
- कुछ नए तीर्थ स्थलों को जोड़ा जा सकता है
- आय सीमा में बदलाव हो सकता है
- ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को और सरल किया जा सकता है
- राज्यवार कोटा में बढ़ोतरी की संभावना